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Monday, August 14, 2023
एक माल ऐसी भी जपें के
साँस लें तो राम छोड़ें तो हनुमान
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एक माल ऐसी भी जपें के
साँस लें तो राम छोड़ें तो हनुमान
एक माल ऐसी भी जपें के
साँस लें तो राम छोड़ें तो हनुमान
योग गणपति अथर्वशीर्ष से.
गणादिं पूर्वं उच्च आर्य वर्णादिं तदनंतरं. अर्थात गण पहले होते हैं उच्च आर्य वर्ण यानि जो अक्षर आर्य वर्णमाला के होते हैं जैसे ककहरा ...
दश महाविद्या
काली तारा षोडशी भुवनेश्वरी भैरवी छिन्नमस्ता धूमावती बगलामुखी मातंगी कमला लक्ष्मी का स्वरूप है ये सभी विद्याएं सृष्टि के गूढ़ से गू...
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